Thursday, 22 November 2012

1
परुली : मिकेन रात में नीन किले नि उनेल? पत्त ना मिकेन कि हेगो?
शेर दा : चुप हे जा.... प्यार हुनक नाटक नी कर, दोपहर कै भात खे भेर तू अथा हडीनेछे आजकल.....

2
एक बार तीन आदिम मर भेर यमराजक पास पहुच गईं। 
यमराज : तुम तीनो अपने अपने बारे में बताओ। 
पंडित ज्यू : मै पूजारी था, मैने आपकी बड़ी सेवा की है मुझे स्‍वर्ग में भेजिए। 
यमराज : इसे नर्क में ले जाओ। 
डॉक्‍टर स्याप : मै डॉक्‍टर था मैने जीवन भर 
लोगों की सेवा की है।
यमराज : इसे भी नर्क में ले जाओ ।
पहाड़ी आदिम : मै एक शादीशुदा आदमी हूं.....
यमराज : बस बस कर अब रुलाएगा क्‍या चल तू मेरे साथ र्स्‍वग चल........ 





3


परुली : रोज रत्ती फज़र म्यार ख्वार में पाणि किले डाल्छा?
शेर दा : त्यार बोज्यू कुन लागरेछी कि म्यर चेली फूल जेसी छू येकें मुर्झान झंन दिया, तो म्याल सोची रोज पांडि डावन पडल त्यार खोरम.. :प :D





4


भगवानः बेटे मन्नत मांग
शेर दा : कृपया आप मुझे फिर से अनमैरिड कर दें।
भगवानः बेटा 'मन्नत ' मांगने को कहा है, 'जन्नत' नहीं।





5


भिखारी मनमोहन से : एक रुपया दे दो सरदार जी, रोटी खाना है .
मनमोहन : सौ रुपये दूँगा पहले ये बता हमारी सरकार के होते हुऐ एक रुपये मेँ रोटी कौन दे रहा है.





6


परुली : बेई तुमुल मिकें गाई किले दे?
शेर दा : कब?
परुली : मयेलि भली के सुणो तुम नींन मे मिकेन गाई दिनछ्या।
शेर दा : यो त्यर भेम छू रे परुली।
परुली : कि भेम छू ?
शेर दा : योई भेम कि मैं से रछिं।





7


परुली: यो लव मैरिज और अरेंज मैरिज के हुं?
शेर दा: लव मैरिज मतलब आपनी गर्लफ्रेंड दगेडी ब्या करण और अरेंज मैरिज मतलब कोई दूसरैक गर्लफ्रेंड कें आपणी स्याणी बनून हुं.





8


परुली : आज बटी हमर सब रिश्त खत्म ! एक दुसर कें दी सब गिफ्ट वापस कर दिनु।
शेर दा: ठीक छू पें । सब है पैली मोबाइल रिचार्ज बटी शुरू करुन!
परुली : जानू अब मैं मजाक ले नि कर सकनी क्या ?





9


परुली : ब्या हे पैली म्यर फिगर बिलकुल कोक केक बोतल जस छी।
शेर दा : उ तो आई ले छू , बस पैली उ कोक 300 एमएल वाई छी अब उ बोतल डेढ़ लीटर वाई है गे 





10


Teacher to student in science class-
agar garam pani mai kud jau to kya hoga...?
pahadi student-master ji hun ke ne padi to garme raul tum thand pad jala...





11


Sherda: O paruali, sun to jara,
Paruli: Ke hego ab?
Sherda: Hamr Pyarak bare mai kaichhen jhan kye han.
Paruli: Tyari beni Khimuli chhe jarur kul,kamin jaisi mee huni kunchhi, Ko kukur pagli ro jo twehuni pyar karl.…...!!!

(Boy: Darling Hamare Pyar Ke Bare Me Kisi Ko Mat Batana...
Girl: Tumhari behen Ko To Zaroor Bataungi,kamini Kehti Thi Kaun Pagal kutta Hoga Jo Tujhse Pyar Karega…...!!!)





12


कुछ दगडी यास हूनी ,
जो दील मैं बस जनि .
जो ज़िन्दगी क बाट मै ,
हमू थै बिछड़ जनि ,
कुछ दगडी यास हुनी ,
जो रात मैं याद औनी .
और रातों कै ऐकले मै रुलौनी
कुछ दगडी यास हूनी ,
जो फूलों की जास हुनी .
जो खुद त न्हें जनि ,
पर आपैनी खुशबु पाछिल छोड़ जनि .
कुछ दगडी यास हूनी ,
जो ज़िन्दगी त दिनी ,
पर ज़िन्दगी क बाट मै ऐकैलै छोड़ जनि .
कुछ दगडी यास हुनी,
जो चाँद क जास हुनी ,
जमें दाग त बहुत हुनी ,
फीर लै भल देखिनी .
कुछ दगडी यास हुनी,
जो ढुंग जस दील धरनी ,
जो शीशा -ऐ -दील तोड़ जनि ,,,,,,,,,,,,,,
तुम...इन सबु मैं अनमोल छा .
भगवान् कै धन्यवाद ...आपु जस दोस्त मेगे मीला .

Tuesday, 20 November 2012

Babli teru mobile, wah bhai teri smile -2
Lass dhass teri hiteda, laska dhasko ma hiteda -2
Wani khutiyun ma cha uchaa heel, Babli teru mobile
Babli teru mobile, wah bhai teri smile -3

Chaandi ku battan be Babli, chaandi ku battan ho
Man ma ikhari rendi tumhari ratann ho
Chaandi ku battan be Babli, chaandi ku battan ho
Man ma ikhari rendi tumhari ratann ho, tumhari ratann ho
Twe ma aaygey mero dil, Babli teru mobile
Babli teru mobile, wah bhai teri smile -3

Gyoh butyaan paraar be Babli, gyoh butyaan paraar ho
dharti ma tu aayi chein, aanchuri avtaar ho
Gyoh butyaan paraar be Babli, gyoh butyaan paraar ho
Dharti ma tu aayi chein, aanchuri avtaar ho, aanchuri avtaar ho
Chonthi ma teru kaalo til, Babli teru mobile
Babli teru mobile, wah bhai teri smile -3

Resmi rumaal be Babli, resmi rumaal ho
Hello hi bun be teru, chaal bhi kamaal ho
Resmi rumaal be Babli, resmi rumaal ho
Hello hi bun be teru, chaal bhi kamaal ho , chaal bhi kamaal ho
Bhindi ni maarda ishtyle, Babli teru mobile
Babli teru mobile, wah bhai teri smile -3

Saandana ki thaeki Babli, saandana ki thaeki ho
Bhindi chunyaal ni ho Babli, ni jaad daun seki ho
Saandana ki thaeki Babli, saandana ki thaeki ho
Bhindi chunyaal ni ho Babli, ni jaad daun seki ho, ni jaad daun seki ho
Lambu chaudu aaundo bill, Babli teru mobile
Babli teru mobile, wah bhai teri smile -3
Lass dhass teri hiteda, laska dhasko ma hiteda -2
Wani khutiyun ma cha uchaa heel, Babli teru mobile
Babli teru mobile, wah bhai teri smile -3
A Heart touching Story of Garwali
(Garwal in Uttrakhand) Peron:-
MUST Read
---उंधारी क बाटा
इंटर पास करने के बाद पहली बार
13 जुलाई को सुबह नौ बजे
की बस से मैं पहाड़ से
निकला था। जीएमओयू की बस
मैं नेगी जी का ‘ना दौड़
ना दौड़ उंधरयूं का बाटा’ गीत
बज रहा था, यह गीत मुझे
रुला रहा था गीत मेरी पहाड़ से
विदाई की पृष्ठभूमि में बज
रहा था मेरी आंख नम
हो रही थी. गांव छूटा, पहाड़
छूटा, देवदार की हवा और बांझ
की जड़ों का ठंडा पानी गटकने
की आदत भी छूटी। मैदान में
आकर शर्मा, सिंह बनकर
अपनी पहचान भी मिटा चुके हैं।
शुरू -शुरू के वर्षा में हर
छोटी मोटी चीज छूटने
का दर्द सालता रहा। यहां तक
की पड़ोस के गांव के बौड़ा,
का और काकी की भी याद
आती रही। जो मेरे नाम के साथ
मेरे पूरे परिवार का इतिहास और
जमीन जायदाद- गौड़ी भैंसी के
बारे में भी जानकारी रखते थे।
गांव के नौनिहाल जो कई बार
नंग- धडंग होकर एक साथ हाथ
पकड़ खेलते रहते भी बरबश यादों में
आते। गोकि वह मेरी उम्र से
काफी छोटे थे। मैं उनमें खुद के
बचपन को झांकने की कोशिश
करता। तिबारी में दबे पांव आने
वाली ‘बिरली’ याद आती,
याद आता किस तरह गांव का एक
मात्र पालतू कुत्ता वक्त बेवक्त
भौंकता रहता। सौंण,भादौं , के
महीने की घनधोर बरसात में
‘पटाल’ से लगातार गिरती धार
सालों तक कानों में बजती रही।
यादों का अंधड़ कई बार परदेश के
दर्द को और बढ़ा जाता। मगर
दिमाग में यादों को ठुंसे रखने
की एक सीमा है, फिर नए
सपनों के लिए भी तो दिमाग में
‘स्पेश’ रखनी है। आखिर इन
सपनों को पूरा करने के लिए
ही तो पहाड़ से भाग कर आए हैं।
जल्द से जल्द सैलरी बढ़ानी है,
फिर यहीं कहीं दिल्ली,
फरीदाबाद हद से हद देहरादून
की पढ़ी लिखि लड़की को ‘ब्यौंली’
बनाने का सपना सच करना है।
जिंदगी अतीतजीवी होकर
आगे नहीं बढ़ती, पहाड़ देखने में
या यूं कहें सपने में तो अच्छे लगते हैं,
पर इन्हे झेलना सचमुच कठिन है।
बैकग्राउंड मजबूत नहीं हो पाने के
कारण मैं तो बहुत कुछ नहीं कर
पाया, लेकिन बच्चों को वह
सबकुछ देना है जो मुझे
नहीं मिला।
हां उम्र की आखिरी ढलान पर
सारी जिम्मेदारी निभाकर
अपने गांव में फिर बस जाउंगा। तब
न मुझे कमाने की चिंता होगी, न
भविष्य की। बस किसी तरह
जिस जगह जन्म लिया वहीं पर
खाक भी हो जाऊं।
----------॥॥॥॥
------------॥॥॥॥॥॥॥-------
अब उम्र उस मुकाम पर भी पहुंच गई
है। जो सपने देखे थे वो आधे अधूरे ढंग
से पूरे भी हो गए हैं। पहाड़ आज
भी यादों में सताता है, सच
मानो तो दर्द अब कुछ
ज्यादा ही बढ़ गया है। पर, फिर
कहीं कुछ बदल गया है। नयार, हेंवल
और रवासन, भागीरथी,
गंगाजी में अब तक
कितना ही पानी बह चुका है।
एक तो शरीर कमजोर हुआ है-
ब्लडप्रेशर, डायबटीज
जैसी शहरी बीमारियां शरीर
में घर कर गई हैं। पहाड़ की उतार
चढ़ाव से घुटने में भी दर्द उभर
आता है। मैं तो फिर भी यह सह लूं,
पर ‘मिसेज’ का क्या करुं। वह
तो सड़ी गरमी में भी ‘फ्लैट’
छोड़ने को तैयार नहीं। उसके पास
कई तर्क हैं, बीमारी, मौसम और
सबसे बड़ा घर खाली छोड़ने पर
चोरी का। बंद घरों में
चोरी की खबर वह कुछ
ज्यादा ही जोर से पढ़ती है। कई
बार मैं भी खुद को उसके तर्क से
सहमत पाता हूं, जब वह कहती है
कि पहाड़ में शौचालय तक
का इंतजाम नहीं है।
वहां ताजा बाजारू सब्जी और
फल के लिए भी कोटद्वार,
ऋषिकेश जाने वाले टैक्सी वाले
की चिरौरी करनी पड़ती है।
और फिर तबियत अचानक
बिगड़ने पर अच्छे डॉक्टर कहां हैं,
‘धार -खाल’ के सरकारी डॉक्टर
के भरोसे भला गांव में रहने
का रिस्क लें। वह खुद के बजाय मुझे
मेरी तबीयत का हवाला देकर
रोक लेती है।कई बार सोचता हूं
कि गांव में कम से कम दो कमरे और
एक शौचलय का पक्का मकान
बना दूं। कोई नहीं भी आए तो मैं
खुद ही जाकर महीने दो महीने
बिता आऊं। भतीजे की ‘ब्वारी’
दो रोटियां तो दे ही देगी,
हमारी फुंगड़ी भी तो वही लोग
खा रहे हैं। पर डरता हूं कि मैं
तो बीमारियों का भोजन हूं,
साल दो साल ही और इस
धरती का वासिंदा हूं। मेरे पीछे
गांव के मकान
की क्या उपयोगिता, मेरे बाद
बच्चे मुझे कोसेंगे ही। इस कशमकश
में दिन तेजी से बीत रहे हैं, और
मेरी बैचेनी भी।मैं अब
भी दुविधा में झूल रहा हूं। यहां में
‘अजनबी’ हूं तो वहां पर ‘अनफिट’।
मुझे पहाड़ में दिल्ली की ऐश
चाहिए, पर यह संभव नहीं।
आखिर वह पहाड़ है,
दिल्ली नहीं। बस अब
कभी कभी डीवीडी पर
गढ़वाली गाने बजा कर खुद
को तृप्त कर लेता हूं। घर में
गढ़वाली बोली पर नियंत्रण
रखने वाला मैं अकेला व्यक्ति हूं,
बाकि सब ‘कटमाली’ हैं।
गढ़वाली गाने सुनते वक्त मैं एक
भाषायी अल्पसंख्यक की तरह
भय महसूस करता हूं।
मै पक्का कर चुका था कि एक
दिन फिर इन हरे भरे
जंगलों कोहरे से लिपटे पहाड़ों में
फुरसत के दिन बिताऊंगा। मैं
दृढ़संकल्प था कि फिर से काफल,
आम, जामुन के पेड़ों पर चढ़कर
रसीले फलों का जमा लूंगा।
आज 45 बरस बाद मेरा यह संकल्प
बस सपना बन कर रहा गया।
ना दौड़ ना दौड मैं अब
भी सुनता हूं। यह गीत अब मुझे
धिक्कारता है।
Sherdak dost chhen Ramda.
Sherda: Bhojik naam ke chh?
Ramda: Google.
Sherda: Hay yas naam kile dharo?
Ramda: Are yar ek sawal karo to ek hajar jawab de din.
Sherda: Achchhya..... Chailak naam ke dharo tumil?
Ramda: Facebook Singh.
Sherda: Kile?
Ramda: Ke baat ke diyo uwe huni to pur gawn main faila din.
Sherda: Aur tumeri cheilik naam ke chhu pe?
Ramda: Twitter Devi.
Sherda: o izza..... tas naam ki bhe dajyu?
Ramda: Din bhar chahake run wal bhakhai be pal bhakhai aur pur gawn uweken follow karen.
1 admi ne zoo me 3 langauge bolne wala tota dekha,
Jo Englsh,Hindi or kumauni bolta tha. Usne tino lnguage test krne k lie pucha
Admi: who r u?
Tota: i'm a parrot.

Admi tum kaun ho? 
Tota: mai tota hu.

Admi: tu ko Che?
Tota: tyar BAAB chu jab 1bar bata halo t Sala,
bar-bar kile puchnu che re ullu pattha!:p;)
Sherda: Paruli tu bhot baan (khubsurat) chhe.
Paruli: Mai tumuchhe le yose kuni...... par ke karu.........
Sherda: Achchha? Matlab main badsurat chhu?
Paruli: Pe ituk le khubsurat ni chha.
Sherda: To ke hego, tu le myar jasik jhudi bol de..... :P :D
परूलि एक रात को देरी से घर आयी जैसे ही अपने बेडरूम में पहुंची तो उसने देखा कि बेड पर कम्बल के नीचे दो के बजाय चार पैर हैं उसने बिना कुछ सोचे समझे बेसबाल बैट लाया और कम्बल पर जोर जोर से मारने लगी! 

ऐसा करने के बाद वह किचन में गयी और पानी पीने लगी जैसे ही वह डाइनिंग टेबल की तरफ मुड़ी उसने देखा उसका पति सेर दा वहां मैगजीन पढ़ रहा है!

सेर दा: परूलि तुम्हारे मम्मी पापा आये हैं और वे सफ़र करके काफी थक गए थे इसलिए मैंने उन्हें अपने बेडरूम में आराम करने भेज दिया! 

क्या तुम उनसे मिली?
Sherda:- O Pruli... O Paruli... kan lhe gechhe?
Paruli:- ki hego, retti retti hakahak paad rakho.
Sherda:- Agar myar lottery nikal jali to tu ke karli?
Paruli:- Mekin aadhuk dabal de diya fir main hmesha
liji myar mait lhe jul.
Sherda:- Yo le 25 rupen aaj 50rs. ki lottery lagi re. aur sidh nikal le pateyi galli bati.. :P :D
Sherda:- O Pruli... O Paruli... kan lhe gechhe?
Paruli:- ki hego, retti retti hakahak paad rakho.
Sherda:- Agar myar lottery nikal jali to tu ke karli?
Paruli:- Mekin aadhuk dabal de diya fir main hmesha
liji myar mait lhe jul.
Sherda:- Yo le 25 rupen aaj 50rs. ki lottery lagi re. aur sidh nikal le pateyi galli bati.. :P :D

Ladka- Kya kru
Jbse tumhe
Dekha hai
Dil se 
Sirf ek hi aawaz
Niklti hai
Ki
Kash
Jis Raste pr tum
Chlti ho me bi usi
Pr chlu
Lakin me
ALJHI jata hu
Jb tumhe dekhu
To GAJBAJI jata hu jb tum bolo to
RAGBAGI jata hu
Jb tum muskrao to PAGLI jata hu
Jb tum kuch bolo
To mujhe KYPP KYPP ho jata hai or meri gardan AMORI Jati hai kya yhi pyar hai

Ladki- Nhi tumhe
Chhav laga hai!
Sherda ne New Style main Paruli ko Purpose kiya...... Sherda:- Dekho mein nahi Chahta ke Mera Beta Bara Hokar Tumhari Beti ko Line Mare Muje Bura Lagega Tum Han Kaho To Dono Ko Bhai Behen Bana Den..!!:P
Sherdak pados main Khimda runi. ek din....
Khimda: Are yaar Sherda tyar ghar bati roj hasanek aawaj uun... ki baat chhu, tumeri khusik raaj kya chhu?
Sherda: Dajyu ab ke batun tumil pucch hai to batun padal. Myari Parulr roj mekin Chappal faink bher marin..... chappal meiken laag jan to u hasi, ni laagn to main hasanu....
Sherda thul mahatama baba ban gai... Ek din apn bhakton ken prwachan din lagrechhi......

Ek Cheili:- Sherda Maharaj agar mai apn BF ken kiss karul to ki hol?
Sherda baba:- Tu sidhh nark mai jaili nadan chhokari.
Cheili:- O izzu meri..... acha.....??? agr mai tumuken kiss karul toh?
Sherda baba:- chalak ladki swarg ma jan chanchhi???
Sherda Parulik janamdin mai weik liji Choodi ligo. 
Paruli:- Khud hi pehna diyo ne :) :) ♥
Sherda:- Are yar meiken ki patt tu yos kouli kber......
natar mai to Sadi Biloj le ber uni.....!!!
ABCD आती है क्या ..?
अगर आती भी होगी तो ऐसी नहीं आती होगी ..!!
A=आंबे
B=भवानी
C=चामुंडा
D=दुर्गा
E=एकरूपी
F=फर्सधारनी
G=गायत्री
H=हिंगलाज
I=इन्द्राणी
J=जगदम्बा
K=काली
L=लक्ष्मी
M=महामाया
N=नारायणी
O=ओम्करिणी
P=पद्मा
Q=कात्यायनी
R=रत्नप्रिया
S=शीतला
T=त्रिपुरासुंदरी
U=उमा
V=वैष्णवी
W=वाराही
Y=यति
Z=ज्ञाना
Sherda:- are chandu tyeri umar katu chhu?
Chandu:- chachu ghar mai 14 sal, eskul mai 11 sal, bus aur train mai 8 sal, aur......
Sherda:- haay aur ke kunchhe?
Chandu:- aur facebook mai 18 saal. hahahaha
Ek din Sherda aur Paruli bazar jan lagri chhi.. bat main unuken ek khachchr (Gadha) mil go... Sherdal soche aaj paruli ken gijhun...
Sherda: Dekh we paruli tyar rishtedar un lagro.
Paruli: (Khachchrak pas jai bher) Shour jyu pailak........... :P :D hahahaha... (Paruli ne sherda ki pungi fir baja di)
Sherda ken ek jaduk kachirag milgo. Sherdal weken jorel ragado to weimbe ek Jin niklo.
Jin:- tin khwaishe batao mere aaka.
Sherda:-1 khubsurat Aalishan ghar bne diyo, Ghar bn go,
Sherda:- dusr ghar main bhot amir log aijo.amir Log b Aa gaye, 
Sherda:- tesr Ab yo ghar main meiken chokidar lagwa diyo ho maharaj....... :p
Paruli:- I love you. 
Sherda:- Yo to bhote puran dialog chhu, tu meiken koi or style main kow....
Paruli:- tumeri laash ken fuken liji myar chail ken mouk dila kya?
Sherda bachpan main eskul ni janchhi..... roj Parulik dagedi khel laag runchhi...... Ek din sherdak bojyul sherda huni ko.. 
Bojyu: are sherwa tu eskul kile ni gye?
Sherda: eskul jai bher ki hol?
Bojyu: tu pad likh jale.
Sherda: fir ki hol?
Bojyu: tuken vadiya nokri mil jali.
Sherda: fir ke hol?
Bojyu: tyar bya he jal, fir tu ais aaram karle.
Sherda: bojyu main to usike Paruli dagedi ais aaram karniyu.... fir ituk mehnat karnek ki jarurat chhu? :P :D hahahhaa
Paruli: myar liji Birthday Gift ki lachha? 
Sherda: bhyar u laal rang wai Scooty dikhn chhe? 
Paruli:(khush hokar)... hoy jo road pal taraf chhe....??
Sherda : Hoy. mai uweek rang wai lali (Nail POlish) twehuni laariyun.. = p
Sherda:- O Pruli... O Paruli... kan lhe gechhe?
Paruli:- ki hego, retti retti hakahak paad rakho.
Sherda:- Agar myar lottery nikal jali to tu ke karli?
Paruli:- Mekin aadhuk dabal de diya fir main hmesha
liji myar mait lhe jul.
Sherda:- Yo le 25 rupen aaj 50rs. ki lottery lagi re. aur sidh nikal le pateyi galli bati.. :P :D
Tiley dhaaru bola hey Leela ghasyari
Aan haan Tiley dhaaru bola hey Leela ghasyari
Haan bhai Tiley dhaaru bola hey Leela ghasyari
Aan haan Tiley dhaaru bola hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki
 ramaani.. hey Leela ghasyari

Hisara ki gondi
Hisara ki gondi
Suberi bitin ghansa ku jaayi
Suberi bitin ghansa ku jaayi
Hoyyyyyyyyyyyyyyy
Arrey rumki bakht aaundi hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari


Ghandola ki raani
Ghandola ki raani
Rumuk hwe gi ghar ni baudi
Rumuk hwe gi ghar ni baudi
Teri saasu deni gaali hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari

Redi jaalu dhaulu
Redi jaalu dhaulu
Bhainsa ku mandan bhuka ku
Bhainsa ku mandan bhuka ku
Hoyyyyyyyyyyyy
Teru Obera naachi goudo
Teru obera naachi goudo hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari

Todi jaalu pahad
Todi jaalu pahad
Gothya hwe gi tang bhauka ku
Gothya hwe gi tang bhauka ku
Hoyyyyyyyyyyyyyyyyy
Teri bakhari nachaan hey Leela ghasyari
Teri bhai bakhuri nachaani hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari

Haan haan Tiley dhaaru bola hey Leela ghasyari
Haan bhai Tiley dhaaru bola hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari
Teri bhains bhuki ramaani.. hey Leela ghasyari
आदि शक्तिपीठों में से एक है मां बाल सुंदरी का मंदिर जिसका जीर्णोद्धार स्वयं हिन्दू विरोधी क्रूर मुगल शासक औरगंजेब ने किया था। धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले देवभूमि उत्तराखंड के कण कण में देव शक्तियों का वास है। इस पावन धरा पर अवतारी सत्ताओं,
 संतों एवं महापुरूषों का पदार्पण अवश्य हुआ है। उत्तराखंड प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र का अपना आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व है। इन्हीं में काशीपुर भी शामिल है। कुमाउं का प्रवेश द्वार कहा जाने वाला काशीपुर अपने आप में राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं अनेक पौराणिक महत्व संजोये हुए है। यहीं पर स्थित है 52 शक्तिपीठों में से एक चैती परिसर में स्थित शक्तिपीठ बाल सुंदरी मंदिर। माता का यह नाम उनके द्वारा बाल रूप में की गई लीलाओं की वजह से पडा है। इसे पूर्व में उज्जैनी एवं उकनी शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता था। माता की महिमा के चलते ही हिंदुओं के लिए क्रूर शासक माने जाने वाला औरगंजेब ने इस मंदिर का जीर्णोद्वार कराया था। इस मंदिर पर बने तीन गुंबद आज भी मुगलवंशीय शिल्प की याद दिलाते हैं। किवदंती है कि जब भगवान शिव माता सती के जले हुए शरीर को लेकर पूरे लोक का भ्रमण कर रहे थे तभी माता सती के बांह का अंग यहां पर गिरा और यहां पर शक्तिपीठ स्थापित हो गया। माता के प्रांगण में चैत्रमास में लगने वाला उत्तर भारत का प्रसिद्ध मेला लगता है। इस मेले को चैती मेला के नाम से जाना जाता है। इस मेले में उत्तर भारत ही नहीं बल्कि भारत वर्ष के लोग आते हैं। इस दौरान माता मंदिर में ही विराजती हैं और भक्तों पर कृपा कर उनके कष्टों को हरती हैं। इस मंदिर में किसी देवी की मूर्ति नहीं बल्कि एक पत्थर पर बांह का आकार गढा हुआ है, यहां पर इसी की पूजा होती है। मंदिर के मुख्य पंडा विकास अग्निहोत्री बताते हैं कि उनके पूर्वज गया दीन और बंदी दीन कई सौ वर्ष जब यहां से गुजर रहे थे तभी उन्हें यहां पर दिव्य शक्ति होने का अहसास हुआ और उन्हें देवी का मठ मिला। उन्होंने यहां पर भव्य मंदिर बनाने के लिए तत्कालीन शासकों से कहा। उस समय भारत पर औरंगजेब का शासन चलता था। औरगंजेब ने यहां पर मंदिर बनाने से मना कर दिया। इस बीच औरगंजेब की बहन जहांआरा का स्वास्थ्य खराब हो गया। उस पर किसी की भी दवा का असर नहीं हो रहा था। माता ने बाल रूप में जहांआरा को दर्शन दिए और उसे कहा कि उसका भाई औरंगजेब मंदिर का जीर्णोद्वार कराये तो वह स्वस्थ हो जायेगी। यह बात जब जहांआरा ने औरंगजेब को बताई तो उसने खुद अपने मजदूर भेज कर मंदिर का जीर्णोद्वार कराया। आज भी मंदिर के उपर बनी मस्जिद नुमा आकति एवं तीन गुंबद इस बात को प्रमाणित करते हैं। श्री अग्निहोत्री बताते हैं आदिशक्ति की बाल रूप में पूजा होने के कारण ही इसे बाल सुंदरी कहा जाता है। माता बाल सुंदरी बुक्सा जाति की कुल देवी हैं। इसी वजह से यहां पर बुक्सा जाती के लोग वर्ष में एक बार माता के जागरण का विशाल आयोजन करते हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर प्रांगण में लगने वाला मेला चैत्र में लगता है इसी वजह से उसे चैती मेले के नाम से जाना जाता है। चैत्र माह की सप्तमी की रात में माता की सोने की मूर्ति नगर देवी मंदिर से डोले के रूप में बाल सुंदरी मंदिर पहुंचती है। इस दौरान ढोल नगाडों के साथ हजारों श्रद्वालु माता के डोले के साथ चलते हैं। प्राचीन काल से ही डोले के साथ मजबूत सुरक्षा व्यवस्था भी रहती है जो आज भी जारी है। माता की मूर्ति पहले मंदिर में तीन दिन रहती थी। भक्तों की संख्या में लगातार वद्वि को देखते हुए अब मूर्ति पांच दिन रहती है। करीब एक माह तक चलने वाले मेले में लाखों श्रद्धालुओं पहुंचते हैं। कहा जाता है कि इस दौरान हिमाचल प्रदेश स्थित ज्वाला देवी के मंदिर की एक ज्योत कम हो जाती है। मंदिर परिसर में एक विशाल कदंब का वृक्ष है, जो नीचे से खोखला होने पर भी उपर से हरा भरा है। इसे मां की महिमा का प्रतीक माना जाता है। माता को छाया देने के लिए एक ऐसा वृक्ष खडा है। जिसमें पीपल, पिलखन, बरगद, गूलर व आम की पत्तियां हैं। जो भी भक्त श्रद्वा पूर्वक यहां आता है मां बाल सुंदरी उसकी सद्इच्छा को अवश्य पूर्ण करती है। यहां पर खुजली देवी का मंदिर भी है। चर्म रोग से पीडित लोग यहां आकर पूजा अर्चना करते हैं तो चर्म रोगों से तत्काल छुटकारा पाते हैं। अनेकों विशेषताओं व विशिष्ठताओं को अपने में संजोये इस पीठ का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है। आज इस क्षेत्र के उचित विकास के साथ-साथ इस मंदिर को धार्मिक पर्यटन मानचित्र में अंकित किए जाने की आवश्यकता है।